भारत के पहले ट्रांसजेंडर पायलट प्लेन उड़ाने की जगह बन गए डिलीवरी बॉय ,DGCA ने नहीं दिया लाइसेंस

आप से चर्चा करेंगे एडम हेरि नाम के सबसे पहले 2019 में सुर्खियों में आए एडम ने देश का पहला ट्रांसजेंडर ट्रेनी पायलट बनकर इतिहास में अपना नाम रचा था.केरल सरकार की सहायता से केरल के इस ट्रांसफार्मर में सपनों की उड़ान भरने के लिए राजीव गांधी अकैडमी फॉर एवियशन टेक्नोलॉजी में 2020 में दाखिला ले लिया. लेकिन आज आसमान के बजाय जमीन पर अपना गुजारा करने घर चलाने के लिए खाना डिलीवर कर रहे हैं.

आपको बता दें एडम हैरी ने वर्ष 2021 में दक्षिण अफ्रीका से प्राइवेट लाइसेंस हासिल किया था. उनका सपना भारत में कमर्शियल प्लेन उड़ाने का था. डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (directorate general of Civil Aviation DGCA) उन्हें मेडिकल अनफिट बताया और लाइसेंस देने से इंकार कर दिया. The news minute खबर के अनुसार हैरी हार्मोन थेरेपी पर हैं और इस कारण से DGCA ने उन्हें लाइसेंस देने से इंकार कर दिया. हैरी ने बताया टेस्ट फॉर्म में दो ही सेक्शन थे मेल और फीमेल उन्हें मेडिकल परीक्षा मजबूरन फीमेल कैटेगरी में देनी पड़ी. हैरी के अनुसार मेल कैटेगरी में परीक्षा नहीं दे सकता था.क्योंकि बायोलॉजिकल मेल बॉडी से मेरी बॉडी अलग है.जेंडर डिस्फोरिया को आसान शब्दों में एसे समझाया जा सकता है जन्म के समय निर्धारित जेंडर से कोई व्यक्ति असहज महसूस करें ऐसा जरूरी नहीं हर ट्रांसजेंडर व्यक्ति को जेंडर डिस्फोरिया हो.
बतौर ट्रांसजेंडर मेन परीक्षा देने का कोई विकल्प नहीं था.हैरी परीक्षा में फेल हो गए क्योंकि फीमेल बॉडी में जितना टेस्टोस्टेरोन लेवल उनकी बॉडी में उससे ज्यादा था. हेरि ने बताया जन्म के बाद मुझे फीमेल जेंडर असाइन किया गया था बतौर फीमेल मेडिकल परीक्षा देने के अलावा कोई ऑप्शन ना था.मुझे टेस्ट से 6 महीने पहले हार्मोन थेरेपी लेना बंद करना पड़ा. यह किसी ट्रांस परसन के लिए बहुत मुश्किल है.इसके बावजूद में टेस्ट में पास नहीं हुआ.
The Hindu की खबर के अनुसार हैरी Evaluation मे Psychometric Test भी शामिल था. जाँच और कई टेस्ट के बाद DGCA ने हैरी को मेडिकली अनफिट बता दिया है. हैरी को हार्मोन थेरेपी पूरी कर मेडिकल रिव्यू लेने को कहा गया. 5 महीने बाद हैरी को मेडिकल क्लीयरेंस मिला. हैरी का कहना है. उन्हें थेरेपी बंद करनी पड़ी थी.DGCA का कहना है जब तक वह मेडिकेशन पर हैं उन्हें उड़ान भरने के लिए फिट घोषित किया जाएगा.एडम हैरी का मैस्क्युलिन हार्मोन थेरेपी ट्रीटमेंट हार्मोन थेरेपी ट्रीटमेंट ताउमर चलेगा. DGCA के अनुसार अभी के निर्णय के अनुसार इस कारण से हैरी भारत में कभी कमर्शियल लाइसेंस प्राप्त करने के योग्य बनेंगे ही नहीं. DGCA हैरी की पहचान और प्रोफेशन में से किसी एक को चुनने के लिए कह रहा है.एडम हेरी ने इंस्टिट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन बेंगलुरु पर गंभीर आरोप लगाए.हैरी ने कहा मुझे कपड़े उतारकर जेंडर प्रूफ करने को कहा गया.उन्होंने यह भी कहा अगर उन्हें लाइसेंस दिया जाता है तो सैकड़ों लोगों की जान खतरे में आ जाएगी.एडम हैनरे DGCA के खिलाफ कोर्ट में अपील करने की बात कही उनका कहना है वह भारत के अलावा कहीं भी हवाई जहाज उड़ाने के लिए सक्षम हैं.आपको बता दें एकीवीस्ट और एसोसिएट प्रोफेसर कावेरी ने कहा, ” ताउम्र टेस्टोस्टेरोन लेने और हवाई जहाज उड़ाने के बीच कोई मेडिकल या वैज्ञानिक कनेक्शन है या नहीं DGCA अभी साबित नहीं कर पाया है. अगर वह साबित कर दे तो भी उन्हें मेन को हवाई जहाज उड़ाने से प्रतिबंधित करना होगा. क्योंकि उन्हें उसी केमिकल की आंतरिक उत्पत्ति होती है.फिलहाल भारत में प्लेन उड़ाने का हैरी का सपना अधर में लटका है.जब तक इस मामले की जांच चल रही है उनका कार्य अधरमें ही बना रहेगा.